Azim Premji Biography in Hindi
अज़ीम हाशिम प्रेमजी विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन तथा भारतीय इन्वेस्टर, बिज़नेसमैन, इंजीनियर हैं। इन्हे भारतीय आईटी इंडस्ट्री का Czar के रूप में जाना जाता है। वर्ष 2010 में उन्हें एशिया वीक द्वारा 20 सबसे पावरफुल आदमियों में से एक गिना गया था। अज़ीम हाशिम प्रेमजी को वर्ष 2004 व 2011 में टाइम मैगजीन द्वारा 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगो में शामिल किया गया। अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु में चाँसलर भी रहे। कई बार इन्हे 500 सबसे ज्यादा प्रभावशाली मुस्लिमों में एक चुना गया है। अज़ीम हाशिम प्रेमजी भारत के सबसे अमीर लोगो में से एक हैं। उन्होंने भारत की शिक्षा की तरफ फोकस करते हुए अज़ीम फाउंडेशन की नींव रखी।
शुरुआती जीवन
अज़ीम हाशिम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को गुजराती मुस्लिम परिवार में बॉम्बे में हुआ था। इनके पिता मोहम्मद हाशिम प्रेमजी भी बिज़नेस मैन थे उनको बर्मा का राइस किंग कहा जाता था। मोहम्मद हाशिम प्रेमजी को मुहम्मद अली जिन्नाह ने पाकिस्तान आने के लिए आमंत्रित किया था पर वे भारत में ही रुके। अज़ीम हाशिम प्रेमजी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इनकी पत्नी का नाम यास्मीन प्रेमजी है।
नाम | अज़ीम हाशिम प्रेमजी |
जन्म | 24 जुलाई 1945 |
परिवार | गुजराती मुस्लिम परिवार |
जन्मस्थान | बॉम्बे |
पिता | मोहम्मद हाशिम प्रेमजी |
पत्नी | यास्मीन प्रेमजी |
बच्चे | रिशद प्रेमजी, तारिक़ |
प्रोफेशन | भारतीय इन्वेस्टर, बिज़नेसमैन, इंजीनियर |
करियर
वर्ष 1945 में मोहम्मद हाशिम प्रेमजी ने इनकॉरपोरेट वेस्टर्न इंडियन वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड को शामिल किया। यह कुकिंग आयल और लांड्री सोप बनती थी। वर्ष 1966 में अज़ीम हाशिम प्रेमजी के पिता की मृत्यु हो गई उस समय ये स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे थे। वेस्टर्न इंडियन वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड जो उस समय तेल निर्माण का कार्य करती थी अज़ीम ने कंपनी को बेकरी फैट्स, टॉयलेटरीज, हेयर केयर सोप, लाइटिंग प्रोडक्ट्स तथा Hydroulic Cylinders बनाने की तरफ जोर दिया। लगभग वर्ष 1980 में इन्होने कंपनी का नाम बदलकर विप्रो रख दिया तथा आईटी फील्ड की तरफ फोकस किया। इन्होने साबुन बनाने वाली कंपनी को सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी में बदल दिया।
मान्यता
- अज़ीम हाशिम प्रेमजी को बिज़नेस वीक द्वारा इनकी कंपनी को फास्टेस्ट ग्रोइंग कंपनियों में से एक तथा इन्हे ग्रेटेस्ट इंटरप्रेन्योर में से एक की मान्यता दी गई।
- वर्ष 2006 में इन्हे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, मुंबई द्वारा लक्ष्य बिज़नेस विसिनरी अवार्ड दिया गया।
- वर्ष 2005 में इंडियन गोवेर्मेंट द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2011 में पद्म विभूषण से सम्मानित किये गए।
- वर्ष 2019 में अज़ीम प्रेमजी को फ़ोर्ब्स द्वारा 30 परोपकारी नायकों में इनका भी नाम शामिल हुआ।
अज़ीम प्रेमजी ने कहा की अमीर होना उन्हें ख़ुशी नहीं देता। The Giving Pledge में साइन अप करने वाले पहले भारतीय बने जोकि वारेन बुफेट तथा बिल गेट्स द्वारा चलाई गई कैंपेन है। जिसमे अमीर लोगो को अपना ज्यादा से ज्यादा धन देने के लिए encourage किया जाता है।इस क्लब को ज्वाइन करने वाले रिचर्ड ब्रैंसन और डेविड सैन्सबरी के बाद अजीम प्रेमजी तीसरे नॉन अमेरिकन हैं।
वर्ष 2013 में उन्होंने अपनी व्यक्तिगत संपत्ति का 25% चैरिटी को सौंप दिया। The Giving Pledge को ज्वाइन करने वाले पहले भारतीय हैं तथा उनका आजीवन दान अब 21 बिलियन अमेरिकन डॉलर है। वर्ष 2019 में अज़ीम प्रेमजी टॉप इंडियन फिलांथ्रोपिस्ट बने।