Mirabai Chanu Biography in Hindi
मीराबाई चानू भारतीय वेटलिफ्टर हैं। उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में विमेंस 49 किलो केटेगरी में सिल्वर जीता। मीराबाई चानू ने वर्ल्ड चैंपियनशिप तथा कामनवेल्थ गेम्स में कई मेडल्स भी जीते। उन्होंने कामनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। खेल जगत में उनके योगदान के लिए इंडियन गोवेर्मेंट द्वारा पद्मा श्री से सम्मानित किया गया। वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न द्वारा सम्मानित किया गया।
मीराबाई चानु ने 2014 कामनवेल्थ गेम्स, ग्लासगो में विमेंस 48 किलो केटेगरी में सिल्वर मैडल जीता। वर्ष 2017 में वर्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीता, जोकि कैलिफ़ोर्निया में आयोजित किया गया था। वह मणिपुर स्टेट पुलिस में एडिशनल सुपरिटेंडेंट के रूप में नियुक्त हुईं तथा वर्ष 2020 में टोक्यो समर ओलंपिक्स में सिल्वर मैडल जीतने के बाद मणिपुर सरकार ने 1 करोड़ रिवॉर्ड दिया।
शुरुआती जीवन
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त वर्ष 1994 में मणिपुर के इम्फाल शहर के नोंगपोक में हुआ था। मीराबाई चानू ने खुद को सनमाहवाद का अनुयायी बताया लेकिन यह भी कहा की वह हिन्दू देवताओं की भी पूजा करती हैं। उनके परिवार ने उनकी स्ट्रेंथ तब जान ली थी जब वह केवल 12 वर्ष की थी। वह बड़ी आसानी से लकड़ी के बड़े गट्ठर को घर उठाकर लाती थी जबकि उसका बड़ा भाई उस गट्ठर को उठा भी नहीं पता था। मीराबाई चानू को स्पोर्ट्स अकादमी मणिपुर में ट्रेनिंग मिली। उसने रेत ले जा रहे ट्रक ड्राइवरों के साथ सवारी की, ओलिंपिक मैडल जीतने के बाद चानू ने उन ट्रक ड्राइवरों को आमंत्रित किया तथा उनके पैर छू कर सम्मानित किया।
नाम | मीराबाई चानू |
जन्मदिवस | 8 अगस्त वर्ष 1994 |
जन्मस्थान | नोंगपोक, मणिपुर |
सिटीजन | भारतीय |
प्रोफेशन | वेटलिफ्टर |
हाइट | 4 ft 11 inch |
वेट | 49 kg |
कोच | विजय शर्मा, आरोन हॉर्स्चीज |
करियर
मीराबाई चानु को पहली बड़ी सफलता कामनवेल्थ गेम्स के ग्लासगो एडिशन से मिली। उन्होंने 48 किलोग्राम भार केटेगरी में सिल्वर मैडल जीता।
वर्ष 2016 रिओ ओलिंपिक
मीराबाई चानू ने विमेंस 48 किलोग्राम भार केटेगरी में वर्ष 2016 रिओ ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया। हालाँकि क्लीन एंड जर्क सेक्शन में अपने तीन प्रयासों में से किसी में भी सफल लिफ्ट नहीं होने के कारण वह यह इवेंट कम्पलीट करने में नाकाम रहीं।
2017-2021
मीराबाई चानू वर्ष 2017 में विमेंस 48 किलोग्राम भार केटेगरी में 2017 वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीतीं। चानू ने कुल 196 किलोग्राम, स्नैच में 86 तथा क्लीन एंड जर्क में 110 किलो ग्राम उठाकर 2018 कामनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पहला गोल्ड मैडल जीता। मीराबाई चानू ने अपने भार केटेगरी के लिए खेल रिकॉर्ड तोड़ा।
वह वर्ष 2019 के एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 49 किलोग्राम भार केटेगरी में 199 किलोग्राम की कुल लिफ्ट के साथ ब्रोंज मैडल से चूक गई थी। क्योंकि उनका स्नैच वेट तीसरे स्थान के खिलाडी से कम था, दोनों का कुल योग सामान था। वर्ष 2019 के वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में, मीराबाई ने टोटल 201 किलोग्राम लिफ्ट करके चौथा स्थान हासिल किया।
2020 एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में टोटल 205 किलोग्राम वजन उठाकर ब्रोंज मैडल जीता तथा 119 किलोग्राम क्लीन एंड जर्क में उठाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। जून वर्ष 2021 में 2020 समर ओलंपिक्स में क्वालीफाइ करने वाली पहली भारतीय वीमेन वेटलिफ्टर बनीं।
2022 बिर्मिंघम कामनवेल्थ गेम्स
मीराबाई चानु ने कामनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मैडल जीती जोकि बिर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित हुई है। उन्होंने स्नैच तथा क्लीन एंड जर्क टोटल 201 किलोग्राम वेट लिफ्ट किया।
अवार्ड्स
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न
- पद्मा श्री