कंप्यूटर का इतिहास – History of Computer in Hindi

हम आप को बताना चाहेंगे की कंप्यूटर शब्द की उत्पति ग्रीक भाषा के कंप्यूट शब्द से हुई है जिसका मतलब गढ़ना करना होता है। जो 19वी शदी में गणित के एक प्रोफ़ेसर “चार्ल्स बैबेज” ने दुनिया को कंप्यूटर शब्द से परिचित कराया था।

Generations of computer

कंप्यूटर का इतिहास सिर्फ पांच पीढ़ी में विभक्त किया गया है। कंप्यूटर का विकास चक्र कुछ इस प्रकार है – नेपियर बोन्स (1600), पास्कल (गणनायंत्र 1642), मल्टीप्लाइग मशीन, डिफरेंस इंजन, सेंसस  तेबुलेटर (1890), मार्क -1 (1937-44), abc (1939), एनिएक (1946), इडवेक, यूनीवेक (1954), माइक्रोप्रोसेसर (1970), एप्पल 2nd -(1977 ), परसनल कंप्यूटर (1981).

अबेकस (Abacus)

abacus

अबेकस शब्द की उत्पति abax शब्द से हुई है। जिसके अविष्कारक लि-काई चेन थे। जिसका मतलब होता है, Colculating Board. जो पहला अबेकस बनाया गया था वह आज भी चीन में इस्तेमाल किया जाता है। इसको गणित की समस्या सुलझाने में प्रयोग किया जाता  है। यह और भी कुछ जगहों पर इस्तेमाल होता है जैसे चीन, जापान, और रूस आदि में इसे कंप्यूटर के स्रोत के रूप में जाना जाता है।

नेपियर बोन्स (Napier’s Bones)

नैपियर्स BONES

नेपियर बोन्स का अविष्कार जान नेपियर ने किया, जिसका अविष्कार 1600 ई० में हुआ था। यह बहुत तेज गणना करने वाला यंत्र बना और  जान नेपियर एक स्कॉटिस गणित्यग थे। उन्होंने सख्याओ से सम्बंधित कई महत्पूर्ण खोज किये। जान नेपियर ने लघुगणक का भी खोज किया जीसस लघुगणक के जटिल गणनाओ को आसान बना दिया। लघुगणक का उपयोग कई गणितीय समस्यों को हल करने के लये किया जाता है।

पास्कल

Pascaline mechanism

पास्कल एक गणना करने वाला यंत्र है जिसे फ़्रांस के गणितज्ञ ब्लेज पास्कल ने 1642 में प्रथम यांत्रिकी गणना मशीन का अविष्कार किया जिसे “पास्कलाइन” कहा गया है। यह केवल जोड़ व घटा सकती थी अतः इसे एडिंगमशीन (Adding Machine) भी कहा जाता है। जब पास्कल ने  यह मशीन बनाई थी तब वह केवल 19 वर्ष के थे।

मल्टीप्लाइग मशीन (Multiplying Machine)

GOTTRIED LEIBNIZ

जर्मनी के गोटरीड लेबनीज ने पास्कल की मशीन को और बेहतर बनाई जिससे गुणा-भाग भी किया जा सके। गोटरीड ने सर आइज़क न्यूटन के साथ काम करके गणित केल्कुलेश का विकाश किया था। इसी तरह विकसित कैलकुलेटर की मद्दत से आसानी से जोड़ा घाटव गुणा और भाग किया जा सकता था।

डिफरेंस इंजन (एनालिटिकल इंजीन)

Analytical Machine Babbage London

ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (फादर ऑफ़ मॉर्डन कंप्यूटर) ने 1822 में डिफ़रेंस इंजन का विकाश किया जो भाप से चलता था। इसके द्वारा गणनाओ को प्रिंट भी किया जाता था। ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज ने 1842 में  एक स्वचालित मशीन एनालिटिकल इंजीन बनया जो पंचकार्ड के दिशा निर्देश के अनुसार कार्य करती थी। जो की जोड़, घाटव, गुणा एवं भाग कर सकती थी।

पहली महिला प्रोग्रामर लेडी एडा आगस्टा ने अनालिटिकल इंजन में प्रथम प्रोग्राम बनाके डाला इस हेतु उन्होंने दुनिया का पहला प्रोग्रामर भी कहते है। इन्हें बायनरी संख्या का श्रेय भी जाता है।

सेंसेस टेबुलेटर

HollerithMachine

1890 में अमेरिका के वेज्ञानिक हरमन होलेरिथा ने इस यंत्र का अविष्कार किया जो बिजली से चलता था। सेंसेस टेबुलेटर का प्रयोग अमेरिका की जनगणना के लिए किया गया था। हरमन होलेरिथ को पंचकार्ड के अविष्कार का श्रेय भी दिया गया है।

मार्क-I (Marc-I)

मार्क-I का अविष्कार बर्ष 1937 से 1944 के बीच IBM (International Business  Machine) कंपनी के सहयोग तथा वेज्ञानिक हबर्ड  आइकेन के निर्देशों में विश्व के पूर्ण स्वचालित विद्युत यांत्रिकी गणना यंत्र का अविष्कार किया गया।

ABC (Atanasoff Berry Computer)

Atanasoff Berry Computer

ABC कंप्यूटर का अविष्कार बर्ष 1939 में जान एटनासॉफ और किलफोर्ड वेरी नामक वेज्ञानिक ने मिलकर विश्व का प्रथम इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का अविष्कार किया था।

एनिएक (ENIAC)

univac

एनिएक कंप्यूटर 1946 में अमेरिका वेज्ञानिक जे-पी-एकर्ट तथा जान मुचली ने सामान्य कार्यो के लिए प्रथम पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार किया  जिस कंप्यूटर का नाम एनिएक दिया था।

EDVAC (Electronic Discrete Variable Atomatic Computer)

Edvac

एनिएक कंप्यूटर में program में परिवर्तन करना बहुत कठिन था। इस समस्या से निपटने के लिए वान न्यूमेंन (Van Nuumann) ने सग्रहित प्रोग्राम की अवधारणा तथा इडवेक का विकाश किया।

आधुनिक कंप्यूटर के विकाश में सर्वाधिक योगदान डॉ वान न्यूमेंन का है, इन्हे डाटा और निर्देश दोनों को बायनरी प्रणाली (0 और 1) सग्रहित करने का श्रेय भी दिया जाता है।

UNIVAC (Universal Automatic Computer)

Univac

यह प्रथम कंप्यूटर था जिसका उपयोग व्यापारिक और सामान्य कार्यो के लिए किया गया। प्रथम व्यापारिक कंप्यूटर UNIVAC-I का निर्माण 1954 में GEC (General Electric Corporation) ने किया।

मइक्रोप्रोसेसर

microprosess

मइक्रोप्रोसेसर का निर्माण 1970 में इंटेल कंपनी ने किया था जो प्रथम मइक्रोप्रोसेसर कम्प्यूटर इंटेल 4004 था। जिसने कंप्यूटर के आकर में क्रन्ति ला दी जिससे कंप्यूटर का आकर छोटा होना सम्भव हो गया जिन्हे माइक्रो कंप्यूटर कहा गया है।

एप्पल II

Apple II

एप्पल कंपनी ने 1977 में  प्रथम व्यवसायिक माइक्रो कंप्यूटर का निर्माण किया जिसका नाम एप्पल II दिया गया जो कंप्यूटर आकर में काफी छोटा था।

पर्सनल कंप्यूटर (PC)

computer kya hai, कंप्यूटर क्या है? - What is Computer in Hindi?

PC का निर्माण वर्ष 1981 में हुआ था जो IBM कंपनी द्वारा प्रथम पर्सनल कंप्यूटर बनाया गया। यह हमारे ऑफिस, घर आदि में उपयोग किया जाने योग्य बना था। आज हम चारो तरफ देखते है की PC इस्तेमाल में आ रहा है। यह माइक्रो कंप्यूटर का एक प्रकार है।

अगर आपके दिमाग में कंप्यूटर का इतिहास (history of computer) क्या है इस बारे में कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।

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