कंप्यूटर क्या है? – What is Computer in Hindi?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक (electronic) उपकरण (device) है, जो Data को store, retrieve और process करता है। यह निर्देशों (Instructions) के साथ प्रोग्राम किया जा सकता है। एक कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बना है, डेटा विभिन्न आकारों (size) और विन्यास (Configuration) में मौजूद हो सकता है। एक कंप्यूटर में दो भाग होते है, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर,अधिकांश गतिविधि इनपुट-प्रोसेस-आउटपुट (I-P-O) के मूल सिद्धांत का अनुसरण करती है।

कंप्यूटर की पीढ़ियां (Generations of Computer)

हालांकि यह कहना गलत नहीं होगा, कि कंप्यूटर का विकास आदमी की गिनती की आवश्यकता के साथ शुरू हुआ, इस क्षेत्र का वास्तविक विकास तीस वर्षों की छोटी सी अवधि (Time) में हुआ, जिन्हें कंप्यूटर की पीढ़ियों कहा जाता है।

Generations of computer

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पहली पीढ़ी – 1940-1956: वैक्यूम ट्यूब (First Generation – 1940-1956 Vacuum tubes)

पहली पीढ़ी में कंप्यूटर बनाने के लिए वाल्व का इस्तेमाल किया गया, जिसके जरिये कंप्यूटर बना। UNIVAC और ENIAC कंप्यूटर पहली पीढ़ी के कंप्यूटिंग उपकरणों के उदाहरण हैं।

UNIVAC एक व्यावसायिक ग्राहक को वितरित (Deliver) की गई, यह पहली पीढ़ी का व्यावसायिक (Business) कंप्यूटर था। (1951 में अमेरिकी जनगणना (Census) ब्यूरो द्वारा)

दूसरी पीढ़ी – 1956-1963: ट्रांजिस्टर (Second Generation 1956-1963: Transistors)

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता था। दस वर्षों की अवधि में, ट्रांजिस्टर जो की अधिक कुशल (more efficient) और सस्ते (cheap) वाल्व थे।

तीसरी पीढ़ी – 1964-1971: एकीकृत सर्किट (Third Generation 1964-1971: Integrated Circuits)

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में इंटीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuits) का इस्तेमाल किया गया। साठ के दशक (early sixties) की शुरुआत में एक बड़ी सफलता हासिल हुई, जब सैकड़ों ट्रांजिस्टर एक सिलिकॉन चिप पर रखे जा सकते थे। यह आईसी (IC) तीसरी पीढ़ी का आधार बना।

चौथी पीढ़ी – 1971 वर्तमान: माइक्रोप्रोसेसरों (Fourth Generation – 1971 Present: Microprocessors)

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में माइक्रोप्रोसेसरों का उपयोग किया। वेरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (वीएलएसआई) (Very Large Scale Integration – VLSI) की शुरुआत के साथ, हजारों ट्रांजिस्टर को एक चिप पर रखा जा सकता था।

1981 में आईबीएम ने घर के उपयोगकर्ता के लिए पेहला कंप्यूटर पेश किया, और 1984 में ऐप्पल ने मैकिंटोश (Macintosh) की शुरुआत की। चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में माउस, हैंडहेल्ड डिवाइस और ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUIs) का विकास भी देखा गया।

पांचवीं पीढ़ी – वर्तमान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Fifth Generation – Present and Artificial Intelligence)

पाँचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर में बुद्धि का संचार करने की कोशिश किया था। इन कंप्यूटरों का विकास अभी भी प्रारंभिक अवस्था में है, लेकिन उदाहरण के लिए विभिन्न भाषण मान्यता प्रणालियों (Speech Recognition Systems) और रोबोटों है।

हार्डवेयर (Hardware)

कंप्यूटर में आम तोर पर काम आने वाले जितने भी उपकरण है उसे हम कंप्यूटर हार्डवेयर बोलते है। कंप्यूटर हार्डवेयर के पार्ट है जैसे मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड, स्पीकर और प्रिंटर आदि।

hardware

हम जानते है की कंप्यूटर किस प्रकार काम करता है। इनपुट – प्रोसेस – आउटपुट पर काम करता है, इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस और प्रोसेसिंग डिवाइस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।.

INPUT—–PROCESS——OUTPUT

इनपुट – आउटपुट डिवाइस (Input – Output Devices)

  • जो इनपुट डिवाइस हमारे प्रयोग मै आता है। जैसे की कीबोर्ड और माउस.
  • जो आउटपुट डिवाइस हमारे प्रयोग मै आता है, उसमेँ डिस्प्ले आउटपुट का ऑपरेशन मिलता है, उदाहरण के लिए जैसे मॉनिटर और प्रिंटर है।

कीबोर्ड (Keyboard)

keyboard

कीबोर्ड को हम प्रयोग करते है, इनपुट डिवाइस के रूप में जो एक टाइपराइटर की तरह दिखता है। इन में अलग-अलग keys होती है, जिनसे हम बहुत से ऑपरेशन्स (operations) कर सकते है।

माउस (Mouse)

mouse

माउस एक छोटा सा उपकरण है, जो तार के साथ सिस्टम यूनिट से जुड़ा होता है। यह एक और इनपुट डिवाइस है, जिसकी गति स्क्रीन पर एक पॉइंटर की सांगत (Relation) के कारण बनती है। माउस में दो या तीन बटन होती है इन बटनों का प्रयोग हम स्क्रीन पर सेलेक्ट ऑप्शन के लिए करते है।

VDU

monitor

VDU जो की आउटपुट डिवाइस है, यह डाटा को प्रोसेस करता है, और स्क्रीन पर दिखता है। इसके प्रयोग के हिसाब से हम जानते है की इसी को हम मॉनिटर और VDU बोलते है। मॉनिटर की एक छोटी सी स्क्रीन होती है, जो हमें टेक्स्ट तथा ग्राफिक इमेजेज को दिखता है। यह डिस्प्लै हमें ब्लैक एंड वाइट और कलर भी दिखती है।

प्रिंटर (Printer)

प्रिंटर भी एक आउटपुट डिवाइस है, इसको  हम common आउटपुट डिवाइस भी कहते है। इसका प्रयोग हम पेपर प्रिंट करने के लिए करते है। यह पेपर प्रिंट करता है, कंप्यूटर के अन्य डिवाइस से जुड़ कर जो बहुत तेज के साथ आसानी से प्रिंट करता है। आम तौर पर उपयोग में आने वाले प्रिंटर है जैसे की डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर, इंकजेट प्रिंटर और लेज़र प्रिंटर।

माइक्रोफोन (Microphone)

माइक्रोफोन एक इनपुट डिवाइस है, जिसकी मदद से हम कंप्यूटर में ऑडियो डेटा डाल सकते है। इसका use आवाज रिकॉर्ड करने में किया जाता है।

जोस्टिक (Joystick)

joystick

जोस्टिक एक पॉइंटिंग डिवाइस है जिसमे vertical lever एक base पर मॉउंटेड होता है। इस का उपयोग हम आम तौर पर कंप्यूटर गेम्स  और हॉस्पिटल में अल्ट्रासॉउन्ड स्कैनर में करते है।

स्कैनर (Scanner)

स्कैनर एक इनपुट डिवाइस है, जिसका उपयोग हम जानकारियों को capture करने के लिए करते है। जैसे की photographs और documents को image के रूप में translet करके कम्प्यूटर में save करना।

स्पीकर्स (Speakers)

speakers

Speaker का उपयोग हम multimedia मशीन पर audio files को सुनने के लिए करते है।

प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Devices)

कंप्यूटर को दिए गए निर्देशों को संसाधित करने के लिए प्रोसेसिंग डिवाइस का उपयोग किया जाता है। माइक्रोप्रोसेसर एक Processing उपकरण का उदाहरण है।

सिस्टम यूनिट (System Unit)

जब डेटा कंप्यूटर पर इनपुट होता है, तो इसे Process किया जाता है और आउटपुट डिवाइस पर आउटपुट का production किया जाता है। सिस्टम यूनिट में प्रोसेसिंग होती है। सिस्टम यूनिट का घटक जो वास्तविक प्रोसेसिंग में शामिल है, माइक्रोप्रोसेसर है। सिस्टम यूनिट का एक अन्य घटक Internal storage है।

मदरबोर्ड (Motherboard)

मदरबोर्ड़ कंप्यूटर सिस्टम का एक जरुरी पार्ट है जिसका उपयोग हम इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, मेमोरी, कनेक्शन आदि को एक शीट पर जोड़ने के लिए करते है, उस शीट को हम मदरबोर्ड कहते है। मदरबोर्ड पर जुड़ने वाले पार्ट्स है जैसे – Chipset, Microprocessor, Clock Chip, Memory – RAM and ROM, Bus, Ports आदि।

CPU

CPU जिसे सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर का brain होता है, यह कंप्यूटर के सिस्टम कैबिनेट में मदरबोर्ड पर स्थित होता है। यह कंप्यूटर का बहुत जरुरी हिस्सा है, आज के समय में चिप के अवेलेबल मॉडल है; जैसे Pentium I, Pentium II, Pentium III, Pentium IV, caleron, अदि।

स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices)

स्टोरेज डिवाइस डाटा को स्टोर करता है। फ्यूचर डाटा सम्हाल के रखने के लिए होता है। स्टोरेज डिवाइस दो प्रकार के होता है:

प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device)

प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस RAM है, जिसे बोलते है रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM)। यह वोल्टेज को स्टोर रखता है, इस लिए इसे हम वोलटुले स्टोरेज डिवाइस भी कहते है।

सेकण्डरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary Storage Device)

सेकण्डरी स्टोरेज डिवाइस यह है जिसमे हमेशा के लिए डाटा स्टोर कर सकते है; जैसे – फ्लॉपी डिस्क, हार्ड डिस्क, कॉम्पैक्ट डिस्क आदि।

फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk)

Floppy Disk

फ्लॉपी डिस्क एक पोर्टेबल सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है, जिसके साथ आप डेटा को एक मशीन से दूसरी मशीन में कॉपी कर सकते हैं। एक हटाने योग्य भंडारण माध्यम जो फ्लॉपी ड्राइव के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है।

हार्ड डिस्क (Hard Disk)

हार्ड डिस्क

हार्ड डिस्क एक बहुत ज्यादा डेटा स्टोर करने वाला डिस्क है, जिसमे डाटा परमानेंटली स्टोर हो जाता है। आम तौर पर कंप्यूटर के लिए केवल एक हार्ड डिस्क होती है, लेकिन यदि आवश्यक हो तो आप अपने कंप्यूटर में अतिरिक्त हार्ड डिस्क जोड़ सकते हैंl

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disk)

Compact disc

कॉम्पेक्ट डिस्क एक पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस है, कॉम्पैक्ट डिस्क के डाटा को रीड करने के लिए CD drive का उपयोग करते है।

कंप्यूटर के फायदे (Advantages of Computer)

तथ्य यह है कि कंप्यूटर ने आज के दौर में जीवन के लगभग सभी पहलुओं पर अपना प्रभाव डाला है। एक कंप्यूटर तीन बुनियादी लाभ प्रदान करता है:

स्पीड (speed)

कंप्यूटर बहुत तेज़ गति से काम करते हैं, और मनुष्यों की तुलना में बहुत तेज़ होते हैं। एक औसत कंप्यूटर के मानव समकक्ष एक मिलियन गणितज्ञ हैं, जो 24 घंटे काम कर सकता हैं।

शुद्धता (Accuracy)

कंप्यूटर शायद ही कभी गलती करता है। वास्तव में, अधिकांश कंप्यूटर की त्रुटियां मानवीय दोषों के कारण होती हैं।

लगन (Diligence)

मनुष्यों के विपरीत, कंप्यूटर ऊबता या थकता नहीं है। बार बार किये जाने वाले कार्य कंप्यूटर को प्रभावित नहीं करते है।

कंप्यूटर के नुकसान (Disadvantages of Computer)

हालाँकि, कंप्यूटर सभी गतिविधियों को केवल इसलिए नहीं कर सकते क्योंकि वे मनुष्यों की तुलना में कम लचीले हैं। उन्हें स्पष्ट रूप से बताया जाना है; कि क्या करना है। वे परिभाषित दायरे के बाहर कुछ भी प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। अप्रत्याशित स्थिति में, कंप्यूटर या तो गलत परिणाम देगा या कार्य को पूरी तरह से छोड़ देगा। उनके पास वैकल्पिक समाधान निकालने की क्षमता नहीं है।

अगर आपके दिमाग में कंप्यूटर क्या है इस बारे में कोई डाउट है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।

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