C और C++ में अंतर | C and C++ Difference in Hindi

C क्या है?

C प्रोग्रामिंग एक procedural प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो 1970 के दशक में Denish Ritchie द्वारा बेल लैब्स में डेवलप किया गया था। यह एक पॉपुलर तथा ज्यादा यूज़ की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो की इसकी परफॉर्मेंस, Efficiency तथा low level छमताओं के लिए जानी जाती है। जो इसको प्रोग्रामिंग तथा अन्य एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त बनाती है। C प्रोग्राम को मशीन कोड में compile किया जाता है जिसे सीधे कंप्यूटर के CPU द्वारा execute किया जा सकता है जिससे वे अधिक कुशल बन पाते हैं। C प्रोग्रामिंग व्यापक रूप से विभिन्न डोमेन्स जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, एम्बेडेड सिस्टम, नेटवर्किंग, गेम डेवलपिंग तथा साइंटिफिक कंप्यूटिंग में उपयोग किया जाता है।

पड़े: C लैंग्वेज का इतिहास

C++ क्या है?

C++ एक जनरल उद्देश्य वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे 1980 के दशक में Bjarne Stroustrup द्वारा डेवलप किया गया था। C लैंग्वेज के फीचर्स का इस्तेमाल करके C++ को बनाया गया। C++ को C advance version कहा जा सकता है। C++ का अनुप्रयोग सिस्टम प्रोग्रामिंग, गेम डेवलपिंग, एम्बेडेड सिस्टम, नेटवर्किंग, साइंटिफिक कंप्यूटिंग आदि में विस्तृत रूप से किया जाता है।

C और C++ में अंतर

C और C++ में अंतर

C प्रोग्रामिंग C++ प्रोग्रामिंग
C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का विकास Denish Ritchie द्वारा
1970 के दशक में बेल लैब्स में किया गया था।
C++ का विकास 1980 दशक के शुरुआती वर्ष में Bjarne Stroustrup द्वारा किया गया है।
C पोलीमॉरफिस्म को सपोर्ट नहीं करता है क्योंकि यह object oriented नहीं है। C++ पॉलीमॉरफिस्म को सपोर्ट करता है क्योंकि यह एक object oriented लैंग्वेज है।
C अधिकतर C++ का subset होता है। C++ ज्यादातर C का superset होता है।
C लैंग्वेज procedural प्रोग्रामिंग को सपोर्ट करता है।जबकि C++ Procedural प्रोग्रामिंग के साथ साथ object oriented paradigm को भी सपोर्ट करता है।
C में डाटा तथा फंक्शन दोनों अलग अलग है क्यूंकि यह procedurl प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। C++ में object के रूप में डेटा और फंक्शन्स को एक साथ encapsulate किया जाता है।
C इनफार्मेशन हाईड करने को सपोर्ट नहीं करता है। जबकि इसमें encapsulation द्वारा डेटा hide किया जाता है।
C में namespace फीचर मौजूद नहीं है। C++ द्वारा नेमस्पेस का उपयोग किया जाता है।
C में 32 keywords हैं। जबकि C++ में 97 कीवर्ड्स हैं।
यह ओवरलोडिंग को सपोर्ट नहीं करता है। जबकि यह ओवरलोडिंग को सपोर्ट करता है।
C structure के पास एक्सेस modifier नहीं होते है। जबकि इनके पास एक्सेस modifier होते है।

निष्कर्ष

C तथा C++ लोकप्रिय तथा पावरफुल languages हैं जो विभिन्न डोमेन्स में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। उनके बीच का चुनाव आपकी specific requirement तथा बाधाओं पर डिपेंड करता है। दोनों भाषाओँ की अपनी खूबी तथा खामिया हैं तथा डेवेलपर्स को अपनी आवश्यकताओं के आधार पर C तथा C++ के बीच चुनाव करना चाहिए।

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