राधा जयंती भारत में श्री राधा के जन्म को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।

देश तथा विदेशों में भक्त राधा जी की पूजा करते हैं और त्योहार को शानदार अंदाज में मनाते हैं। 

हिन्दू पंचांग के अनुसार राधा जयंती भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है।

यह जन्माष्टमी के हिंदू उत्सव के 15 दिन बाद होता है, जो गणेश चतुर्थी के चौथे दिन भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त 4 सितंबर को सुबह 4.36 बजे से सुबह 5.02 बजे तक रहेगा। 

यह दिन बरसाना, वृंदावन और मथुरा जैसे स्थानों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। इस दिन श्री राधा के भक्त विशेष पूजा करते हैं।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, श्री राधा भगवान विष्णु की पत्नी देवी लक्ष्मी का अवतार हैं।

राधा का जन्म मथुरा के पास बरसाने में हुआ था और वह वृषभानु और कृति की दत्तक पुत्री थीं।