INS विक्रांत
को
भारतीय नौसेना
के जंगी बेड़े में शामिल कर लिया गया है।
INS विक्रांत
को बनाने में करीब
20 हजार करोड़
का खर्चा आया है।
INS विक्रांत
की
लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर
है. भारत में निर्मित यह अब तक का सबसे बड़ा जंगी जहाज है।
मिग-29
और
हेलिकॉप्टर
समेत इसमें एक समय में
30 एयरक्राफ्ट
खड़े हो सकते हैं. इस युद्धपोत की क्षमता 1600 लोगों की है।
पीएम मोदी
ने नए
नौसैनिक ध्वज
का भी अनावरण किया.
नए ध्वज
के ऊपरी हिस्से में एक तरफ
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा
को शामिल किया गया है।
ध्वज में नीचे संस्कृत भाषा में भारतीय नौसेना का आदर्श वाक्य
'शं नो वरुणः'
यानी
'जल के देवता वरुण हमारे लिये शुभ हों
' लिखा है।
हेलिकॉप्टर समेत इसमें एक समय में
30 एयरक्राफ्ट
खड़े हो सकते हैं. इस युद्धपोत की क्षमता
1600 लोगों
की है।
अभी तक भारत के पास केवल एक विमानवाहक पोत
आईएनएस विक्रमादित्य
था, जिसे
रूस
में बनाया गया था।
पीएम मोदी
ने इसे नौसेना में शामिल करते हुए कहा कि यह
आत्मनिर्भर भारत अभियान
की झलक है।
INS विक्रांत
पूर्वी और पश्चिमी दोनों समुद्री तटों पर एक-एक विमानवाहक पोत तैनात किया जा सकता है, अपनी
समुद्री उपस्थिति
का विस्तार किया जा सकता है।